बिहार का सामान्य परिचय
- बिहार की स्थापना – 22 मार्च 1912
- राजधानी – पटना
- उच्च न्यायालय – पटना
- राजकीय भाषा – हिंदी
- द्वितीय राजकीय भाषा – उर्दू
- राजकीय पशु – बैल
- राजकीय पक्षी – गौरेया
- राजकीय पुष्प – गेंद फूल
- राजकीय वृक्ष – पीपल
- राजकीय चिन्ह – बोधि वृक्ष
- राजकीय मछली –मांगुर
- राज्य का महापर्व – छठ
बिहार का भौगोलिक परिचय
- अक्षांशीय विस्तार – 24° 20′ 50” से 27° 31′ 15” उत्तरी अक्षांश
- देशांतरीय विस्तार – 83° 19′ 50” से 88° 17′ 40” पूर्वी देशांतर
- आकृति – आयताकार
- क्षेत्रफल – 94163 वर्ग किलो मी .
- लंबाई (उत्तर से दक्षिण )-345 किमी
- चौड़ाई -(पूर्व से पश्चिम) –483 किमी
- औसत ऊंचाई – समुद्र तट से 52 .73 मी.
- सीमाएं- उत्तर में नेपाल(7 जिलों से सीमा बनाती है ) ,दक्षिण में झारखण्ड(9 जिलों से ) , पूर्व में पश्चिम बंगाल (3 जिलों से ),पश्चिम में उत्तर प्रदेश (7 जिलों से )
बिहार का राजनितिक परिचय
- राज्यपाल – सत्यपाल मलिक
- मुख्यमंत्री – नीतीश कुमार
- मुख्य न्यायाधीश – न्यायमूर्ति इक़बाल अहमद अंसारी
- विधान सभा अध्यक्ष – विजय कुमार चौधरी
- विधान परिषद् के सभापति – अवधेश नारायण सिंह
- बिहार के महाधिवक्ता – रामबालक महतो
- राज्य मुख्य चुनाव आयुक्त – अजय नायक
- मुख्य सुचना आयुक्त – अशोक कुमार सिन्हा
- बिहार लोकायुक्त – सी एम प्रसाद
- बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष – के सी साहा
- बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष – बिलाल नाजकी
- बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष – मंजू कुमारी गुड्डू कुमारी
- बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की अध्यक्ष – धर्मपाल सिंह
- लोक सभा सदस्यों की संख्या – 40
- लोक सभा में अनुसूचित जाति की आरक्षित सीटें –6 (गोपाल गंज ,हाजीपुर ,समस्तीपुर ,जमुई ,गया तथा सासाराम )
- राज्य सभा में सदस्यों की संख्या -16
- विधान सभा में सदस्यों की संख्या – 243
- विधानसभा में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटें – 38
- विधानसभा में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटें – 02 (कटोरियां एवं मनिहारी )
- विधानपरिषद सदस्यों की संख्या – 75
- बिहार में प्रमंडलों की संख्या – 9 पटना , मगध , सारण,तिरहुत , कोसी , दरभंगा ,पुर्णिया,भागलपुर तथा मुंगेर |
- बिहार में जिलों की संख्या – 38
- अनुमंडलों की संख्या – 101
- प्रखंडों की संख्या –534
- राजस्व ग्रामों की कुल संख्या – 45098
- शहरों की संख्या – 139
- नगर समूह की संख्या –14
- एक लाख से अधिक जनसँख्या वाले नगरों की संख्या – 19
- महानगर – 1 पटना
- नगर निगम की कुल संख्या – 11
- नगर पंचायतों की कुल संख्या – 86
- नगर परिषदों की कुल संख्या – 42
16 वीं बिहार विधानसभा चुनाव – 2015 – अक्टूबर-नवम्बर 2015 में
- चुनाव के चरण – 5
- विधानसभा में कुल सीटों की संख्या – 243
- मतदान का प्रतिशत – 56 .8 %
- राष्ट्रीय जनता दल – 80
- जनता दल यूनाइटेड –71
- भाजपा – 53
- कांग्रेस – 27
- लोक जनशक्ति पार्टी – 2
- हम – 1
- रालोसपा – 2
- माले – 3
- निर्दलीय – 4
- बिहार विधानसभा के लिए निर्वाचित महिलाओं की संख्या – 19
बिहार की जनसंख्या
- कुल जनसंख्या –10,40,99,452
- पुरुष जनसंख्या-5,42,78,157
- महिला जनसंख्या – 4,98,21,295
- कुल जनसंख्यां में पुरुषों का हिस्सा – 52.14%
- कुल जनसंख्या में महिलाओं का हिस्सा- 47.86%
- ग्रामीण जनसंख्या – 7,43,16,709
- शहरी जनसंख्या- 86,81,800
- कुल जनसंख्या में ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत – 88.7%
- कुल जनसंख्या में शहरी जनसंख्या का प्रतिशत- 11.29%
- 0 -6 आयवर्ग की कुल जनसंख्या – 98,87,239
- अनुसूचित जातियों की जनसंख्या – 1,30,48,608
- अनुसूचित जातियों की जनसंख्या का प्रतिशत –15.72%
- सर्वाधिक अनुसूचित जाति की आबादी वाला जिला – गया
- न्यूनतम अनुसूचित जाति की आबादी वाला जिला – किशनगंज
- अनुसूचित जनजातियों की जनसंख्या – 7,58,351
- अनुसूचित जनजातियों की जनसंख्या का प्रतिशत – 1.3%
- सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति की आवादी वाला जिला – कटिहार
- न्यूनतम अनुसूचित जनजाति की आवादी वाला जिला – शिवहर
- लिंगानुपात- 918/1000
- देश की कुल जनसंख्या में बिहार की जनसंख्या का प्रतिशत जनसंख्या की दृष्टि से देश में बिहार का स्थान – तीसरा
- जनसंख्या की दृष्टि से सर्वाधिक बड़ा जिला – पटना
- जनसंख्या की दृष्टि से सर्वाधिक छोटा जिला – शेखपुरा
जनसंख्या वृद्धि दर
- 2001 से 2011 के दशक जनसंख्या वृद्धि दर – 25.42%
- 2001 से 2011 के दशक में सर्वाधिक जनसंख्या वृद्धि दर वाला जिला – मधेपुरा
- 2001 से 2011 के दशक में न्यूनतम जनसंख्या वृद्धि दर वाला जिला – गोपालगंज
जन्म व मृत्यु दर
- जन्म दर – 30.9 प्रति हजार
- मृत्यु दर – 7.9 प्रति हजार
- शिशु मृत्यु दर – 61 प्रति हजार जीवित जन्म
- मातृत्व मृत्यु दर – 331 प्रति एक लाख जीवित जन्म पर
जनसंख्या घनत्व
- जनसंख्या घनत्व – 1106 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर
- जनसंख्या घनत्व की दृष्टि से बिहार का भारतीय राज्यों में स्थान – प्रथम
- सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला जिला – शिवहर(1880)
- न्यूनतम जनसंख्या घनत्व वाला जिला – कैमूर(488)
लिंगानुपात
- लिंगानुपात – 918/1000
- बच्चों का लिंगानुपात – 935/1000
- लिंगानुपात की दृष्टि से भारत के राज्यों में क्रम –24वां
- सर्वाधिक लिंगानुपात वाला जिला – गोपालगंज
- न्यूनतम लिंगानुपात वाला जिला – मुंगेर
साक्षरता
- बिहार की कुल साक्षरता दर – 61.80 %
- पुरुष साक्षरता दर – 71.20 %
- महिला साक्षरता दर – 51.5 %
- साक्षरता की दृष्टि से भारत के राज्यों में क्रम – 28 वां
- सर्वाधिक साक्षरता दर बल जिला – रोहतास
- न्यूनतम साक्षरता दर वाला जिला – पूर्णिया
- सर्वाधिक पुरुष साक्षरता दर वाला जिला – रोहतास
- सर्वाधिक महिला साक्षरता दर वाला जिला – रोहतास
- न्यूनतम पुरुष साक्षरता दर वाला जिला – पूर्णिया
- न्यूनतम महिला साक्षरता दर वाला जिला – सहरसा
धार्मिक जनगणना
- हिंदुओं की जनसंख्या –6,90,76,919 (83.2%)
- मुस्लिम जनसंख्या – 1,37,22,048 (16.5 %)
- ईसाई जनसंख्या – 53,137(0.06%)
- सिख जनसंख्या – 20,780 (0.03%)
- बौद्ध जनसंख्या – 18,818 (0.02%)
- जैन जनसंख्या – 16,085 (0.02%)
- हिंदुओं में लिंगानुपात – 915 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष
- मुस्लिमों में लिंगानुपात – 943 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष
- ईसाइयों में लिंगानुपात – 974 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष
- सिक्खों में लिंगानुपात – 879 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष
- बौद्धों में लिंगानुपात – 841 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष
- जैनो में लिंगानुपात – 904 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष
- हिंदुओं में साक्षरता दर – 47.9 %
- मुस्लिमों में साक्षरता दर – 42 %
- ईसाइयों में साक्षरता दर – 71.1 %
- सिखों में में साक्षरता दर – 79.8 %
- बौद्धों में में साक्षरता दर – 59 %
- जैनों में साक्षरता दर – 93.3 %
- बिहार की स्थापना 22 मार्च, 1912 को बंगाल से विभाजन के बाद हुआ।
- यहाँ की राजधानी पटना तथा बिहार का सबसे बड़ा शहर भी पटना ही है।
- बिहार में विधानसभा की 243 राज्यसभा की 16 तथा लोकसभा की 40 सीटें है।
- बिहार की राजधानी पटना का ऐतिहासिक नाम पाटलिपुत्र है।
- बिहार 38 जिले है तथा यहाँ का क्षेत्रफल 94,163 वर्ग किमी है।
- यहाँ की जनसंख्या लगभग 10,38,04,637 हैं बिहार में लगभग 5,41,85,347 पुरुष तथा लगभग 4,96,19,290 महिलाएं है।
- बिहार में हिन्दू 83.2 % हैं तथा मुस्लिम 16.5 % है।
- यहाँ की मुख्य भाषा हिंदी, उर्दू , मैथिली, भोजपुरी, मागधी, अंगिका आदि हैं।
- क्षेत्रफल में यह देश का 12 वा तथा जनसंख्या में तीसरा सबसे बड़ा राज्य है।
- बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थल महात्मा गाँधी सेतु, महाबोधि मंदिर, नालन्दा विश्वविद्यालय, विष्णुपाद मंदिर, बोधगया मंदिर अदि हैं।
- बिहार की सीमाएं पूर्व में पश्चिम बंगाल पशिचम में उत्तर प्रदेश दक्षिण में झारखण्ड और उत्तर में नेपाल से जुड़ीं है।
- बिहार के प्रमुख पर्वों में छठ, होली, दिवाली, दशहरा, महाशिवरात्रि, नागपंचमी, श्री पंचमी, मुहर्रम, ईद तथा क्रिसमस हैं।
- 2600 साल पहले बिहार को सबसे ज्यादा शांतिप्रिय यानी अहिंसा प्रिय भूमि कहा जाता था। बोधगया और पावापुरी में लोग शांति प्राप्त करने के लिये आते थे और आज भी आते हैं।
- प्राचीन काल में मगध का साम्राज्य देश के सबसे शक्तिशाली साम्राज्यों में से एक था।
- यहाँ से मौर्य वंश, गुप्त वंश तथा अन्य कई राजवंशों ने देश के अधिकतर हिस्सों पर राज किया।
- छठी और पांचवीं सदी ईसापूरफफड़्व में यहां बौद्ध तथा जैन धर्मों का उद्भव हुआ। बाद में बौद्ध धर्म चीन तथा उसके रास्ते जापान तक पहुंच गया।
- बारहवीं सदी में बख्तियार खिलजी ने बिहार पर अपना आधिपत्य जमा लिया।
- जब शेरशाह सूरी ने, सोलहवीं सदी में दिल्ली के मुगल बाहशाह हुमायूँ को हराकर दिल्ली की सत्ता पर कब्जा किया तब बिहार का नाम पुनः प्रकाश में आया पर यह अधिक दिनों तक नहीं रह सका।
- पुरातन काल में बिहार देश की व्यापारिक राजधानी हुआ करती थी। तब देश का 40 फीसदी व्यापार सिर्फ मगध, वैशाली, मिथिला, विदेहा, अंग, साक्य प्रदेश, विज्जी, जनका से हुआ करता था।
- अकबर ने बिहार पर कब्जा करके बिहार का बंगाल में विलय कर दिया। इसके बाद बिहार की सत्ता की बागडोर बंगाल के नवाबों के हाथ में चली गई। बिहार का अतीत गौरवशाली रहा है।
- पुरातन काल में संस्कृति और सत्ता के बारे में अध्ययन करने के लिये दुनिया भर से लोग यहां आया करते थे।
- 1912 में बंगाल का विभाजन के फलस्वरूप बिहार नाम का राज्य अस्तित्व में आया।
- 1936 में उड़ीसा इससे अलग कर दिया गया। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बिहार के चंपारण के विद्रोह को, अंग्रेजों के खिलाफ बग़ावत फैलाने में अग्रगण्य घटनाओं में से एक गिना जाता है।
- स्वतंत्रता के बाद बिहार का एक और विभाजन हुआ और सन् 2000 में झारखंड राज्य इससे अलग कर दिया गया।
- भौगोलिक तौर पर बिहार को तीन प्राकृतिक विभागो मे बाँटा जाता है- उत्तर का पर्वतीय एवं तराई भाग, मध्य का विशाल मैदान तथा दक्षिण का पहाड़ी किनारा।
- राज्य के मुख्य उद्योग हैं – मुंगेर में सिगरेट कारखाना आई टी सी मुंगेर में आई टी सी के अनय उतपाद अगरबती माचिस एम तथा चावल ऑटा आदि का निरमाण
:*मुंगेर में बंदुक फैकटरी
:*मुंगेर के जमालपुर में रेल कारखाना एशिया परसिध रेल करेन कारखाना जमालपुर
:*भागलपुर में शिलक उधाेग
- भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद का जन्म बिहार में ही हुआ था
- बिहार में स्थित नालंदा विश्वविद्यालय दुनिया का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है।
- बिहार वो पवित्र भूमि हैं जहां माँ सीता की जन्म भूमि हैं, वो गौतम बुद्ध की तपोभूमि है।
- बिहार वो जगह हैं जहां गंगा, बागमती, कोषी, कमला, गंडक, घाघरा, सोन, पुनपुन, फल्गु, किऊल नदियाँ बहती हैं।
बिहार का इतिहास
- पाटलिपुत्र की स्थापना उदयन ने की थी ।
- द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन कालाशोक के शासन में किया गया था।
- मौर्यकाल में सर्वाधिक प्रसिद्ध शिक्षा केंद्र तक्षशिला था ।
- अशोक के शिलालेख में प्रयुक्त भाषा प्राकृत है।
- मेगास्थनीज के पुस्तक इंडिका से राजधानी पाटलिपुत्र के नगर प्रशासन एवं सैन्य प्रशासन की जानकारी मिलती है।
- बिंदुसार आजीवक सम्प्रदाय का अनुयायी था ।
- अशोक के अभिलेखों को सर्वप्रथम जेम्स प्रिन्सेप ने सफलतापूर्वक पढ़ा था ।
- पुष्पमित्र शुंग ने शुंग वंश की स्थापना थी ।
- आर्यभट्ट ने गुप्तकाल में आर्यभट्टीयम एवं सूर्य सिद्धान्त की रचना की थी।
- स्कन्दगुप्त ने हूणों को पराजित किया था।
- शेरशाह ने कबूलियत व पट्टा प्रथा की शुरुआत की थी ।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 28 वां अधिवेशन बांकीपुर में हुआ था ।
- बिहार सोशलिस्ट पार्टी की स्थापना जय प्रकाश नारायण ने 1934 में की थी।
- जय प्रकाश नारायण ने संपूर्ण क्रांति की घोषणा 5 जून 1974 को की थी।
- पटना उच्च न्यायालय की स्थापना 1916 में हुई थी ।
- बिहार क्षेत्र की सर्वप्रथम चर्चा शतपथ ब्राह्मण में मिलती है।
- महावीर का जन्मस्थान कुण्डाग्राम में है ।
- अशोक के शासन काल में तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन किया गया था।
- मगध साम्राज्य के उत्कर्ष का प्रारम्भ बिम्बिसार के अधीन हुआ था ।
- मेगास्थनीज का 315 ई . पू. में पाटलिपुत्र में आगमन हुआ था ।
- मेगास्थनीज को सेल्यूकस ने चंद्रगुप्त मौर्य के दरवार में भेजा था ।
- अर्थशास्त्र के लेखक कौटिल्य थे ।
- धर्मपाल ने विद्या को प्रश्रय देने के क्रम में विक्रमशिला विश्वविद्यालय की संस्थापना की।
- बिहार के सुप्रसिद्ध सूफी संत मखदूम साहब के पत्रों का एक संकलन मकतुबते सदी नाम से प्रसिद्ध है।
- सूफी सम्प्रदाय फिरदौसी बिहार में सर्वाधिक लोकप्रिय रहा।
- बिहार में तुर्क सत्ता की स्थापना 1198 में हुई थी ।
- मिथिला के कर्नाट शासकों की राजधानी सिमरांवगढ़ थी।
- कर्नाट वंश के अंतिम शासक हरि सिंह थे ।
- शेरशाह द्वारा अफगान शासन की पुनर्स्थापना कन्नौज युद्ध (1540 )के पश्चात हुई थी।
- गुरु गोविन्द सिंह का जन्म 1666 ई .में हुआ था ।
- सिख गुरुओं में सर्वप्रथम बिहार का भ्रमण गुरु नानक देव ने किया था ।
- मुग़ल सम्राट शाह आलम द्वितीय ने ईस्ट इंडिया कंपनी को बंगाली बिहारी व उड़ीसा की दीवानी का अधिकार प्रदान किया था।
- सैयद अहमद, बहावी आंदोलन का भारत में संस्थापक थे ।
- मजहरुल हक़ ने सदाकत आश्रम 1920 की स्थापना की थी।
- मगध की आरंभिक राजधानी राजगीर थी ।
- मगध साम्राज्य में कलिंग का सर्वप्रथम विलय महापद्मनंद ने किया था ।
- आर्यभट्ट का सम्बन्ध पाटलिपुत्र नगर से है ।
- बख्तियार खिलजी ने बिहार में तुर्क शासन की स्थापना की थी ।
- मोहम्मद नूहानी ने बिहार में नूहानी राज्य की स्थापना की थी।
- सासाराम को शेरशाह का प्रशासनिक प्रयोगशाला कहा जाता है।
- दाऊद खां कर्रानी बिहार का अंतिम अफगान सुल्तान था।
- राजा शिताबरोय बिहार का प्रथम नायब नाजिम था ।
- बंगाल के नबाब मीर कासिम ने मुंगेर को अपनी राजधानी बनाई ।
- गवर्नर जनरल लार्ड कार्नवालिस के समय में बिहार में गोलघर का निर्माण हुआ था ।
- 1917 में चंपारण में गांधीजी का बिहार में पहली बार आगमन हुआ था।
- स्वामी सहजानंद, किसान आंदोलन के नेता थे।
- 1912 में बिहार एक अलग प्रान्त बना।
- 1936 में बिहार व उड़ीसा का विभाजन हुआ ।
- मुहम्मद यूनुस 1937 में गठित सरकार में भारत के प्रथम मुख्यमंत्री थे।
- पीर अली ने पटना में 1857 की क्रांति का नेतृत्व किया था ।
- वहाबी नेताओं में अहमदुल्लाह को आजीवन कारावास की सजा मिली थी।
- 1908 में मुजफ्फरपुर बमकांड में किंग्सफोर्ड के हत्या का प्रयास किया गया ।
- मुजफ्फरपुर बमकांड के अभियुक्तों में खुदीराम बोस को फांसी दी गई।
- मजहरुल हक़ बिहार में होमरूल आंदोलन के संस्थापक थे ।
- मजहरुल हक़ को 1914 में कांग्रेस द्वारा इंग्लैंड भेजे गए शिष्टमंडल का सदस्य बनाया गया था ।
- 1919 में बिहार में खिलाफत आंदोलन प्रारम्भ हुआ था ।
- 1920 में बिहार में असहयोग आंदोलन प्रारम्भ हुआ था ।
- राजेंद्र प्रसाद ने बिहारी क्षात्र परिषद् का गठन किया था ।
- बिहार विद्या पीठ का उद्घाटन 6 फ़रवरी 1921 में हुआ था ।
- बिहार में स्वराज दाल का गठन 1923 में हुआ था ।
- 1929 में बिहार में किसान सभा का गठन हुआ था ।
- स्वामी सहजानंद सरस्वती बिहार में किसान सभा के संस्थापक थे ।
- भारत छोडो आंदोलन के क्रम में पटना गोली कांड 11 अगस्त 1942 को हुआ।
- मध्यकाल में पटना का नवनिर्माता शेरशाह था ।
- भगवन बुद्ध को ज्ञान प्राप्ति बोधगया में हुई थी ।
- प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर, बोध गया में स्थापित है ।
- सासाराम शेरशाह के मकबरे के लिए प्रसिद्ध है ।
- विक्रमशिला विश्वविद्यालय के अवशेष भागलपुर के पास है ।
- संत शरफुद्दीन यहना मनेरी का मक़बरा पटना जिले में है।
बिहार का भूगोल
- अक्षांशीय विस्तार – 24° 20′ 50”से 27° 31′ 15” उत्तरी अक्षांश
- देशांतरीय विस्तार – 83° 19′ 50”से 88° 17′ 40” पूर्वी देशांतर
- आकृति – आयताकार
- क्षेत्रफल – 94163 वर्ग किलो मी .
- लंबाई (उत्तर से दक्षिण ) –345 किमी
- चौड़ाई -(पूर्व से पश्चिम) –483 किमी
- औसत ऊंचाई – समुद्र तट से 52 .73 मी.
- सीमाएं – उत्तर में नेपाल (7 जिलों से सीमा बनाती है ) , दक्षिण में झारखण्ड (9 जिलों से ) , पूर्व में पश्चिम बंगाल (3 जिलों से ), पश्चिम में उत्तर प्रदेश (7 जिलों से )
- बिहार की जलवायु – मानसूनी
- औसत वर्षा – 112 से.मी.
- शुद्ध बोया गया क्षेत्र – 56,94,642 हेक्टेयर, 60.48 प्रतिशत
- गैर कृषि कार्यों में लगी भूमि – 16,35,467 हेक्टेयर , 17.37 प्रतिशत
- ऊसर या गैर कृषि योग्य भूमि – 4,36,503 हेक्टेयर ,4.64 प्रतिशत
- स्थायी चारागाह –18,356 हेक्टेयर , 0.19 प्रतिशत
- विविध पेड़ व बगीचा – 2,30,286 हेक्टेयर , 2.45 प्रतिशत
- बाढ़ प्रवाहित क्षेत्र – 64.41 लाख हेक्टेयर
बिहार की संरचना व उनका विस्तार –
- धारवाड़ चट्टान – गया , नवादा , जमुई , मुंगेर , बांका
- विंध्यन समूह की चट्टानें – कैमूर, रोहतास
- टर्शियरी चट्टानें – पश्चिमी चंपारण
- क्वार्टरनरी काल की चट्टानें – गंगा के मैदानी भागों में
बिहार के वन
- कुल भौगोलिक क्षेत्र – 94,163 वर्ग किमी
- कुल वन क्षेत्र – 7,288 वर्ग किमी
- वन का क्षेत्रफल प्रतिशत में – 7.74%
- अति सघन वन क्षेत्र – 248 वर्ग किमी
- राज्य में संरक्षित वन क्षेत्र – 3208.47 वर्ग किमी
- राज्य में गैर संरक्षित वन क्षेत्र – 76.3 वर्ग किमी
- राष्ट्रीय पार्क – 1, वाल्मीकि नगर
- वन्य जीव अभ्यराण्य – 11
- बिहार में सर्वाधिक वन क्षेत्र वाले जिले – कैमूर , पश्चिमी चंपारण
- बिहार में न्यूनतम वन क्षेत्र वाले जिले – शिवहर , शेखपुरा
- बिहार में वन के प्रकार – दो (आद्र पर्णपाती व शुष्क पर्णपाती वन)
- आद्र पर्णपाती वन के वृक्ष – शीशम, शेलम, शाल, खैर
- शुष्क पर्णपाती वन के वृक्ष – महुआ, आम, कटहल, जामुन
बिहार के प्रमुख अभ्यारण्य व सम्बंधित जिले
- वाल्मिकीनगर राष्ट्रीय उद्यान – प. चंपारण
- वाल्मिकी आश्रयणी – प. चंपारण
- गौतम बुद्ध अभ्यारण्य – गया
- भीम बांध अभ्यारण्य – मुंगेर
- विक्रमशीला गंगा डॉलफिन अभ्यारण्य – भागलपुर
- कैमूर अभ्यारण्य – रोहतास (बिहार का सबसे बड़ा अभ्यारण्य)
- पन्त अभ्यारण्य – नालंदा
- परमार डॉल्फिन अभ्यारण्य – अररिया
- कावर पक्षी विहार – बेगूसराय
- कुशेश्वर पक्षी विहार – दरभंगा
- गोगाबिल पक्षी विहार – कटिहार
- नागी डैम व नकटी डैम पक्षी विहार – जमुई
- सुहियान पक्षी विहार – भोजपुर
- संजय गाँधी जैविक उद्यान – पटना
- हरिया बारा हिरण पार्क – अररिया
बिहार में सिंचाई
- कुल सिंचित क्षेत्र – 45,50,244 हेक्टेयर
- सिंचित क्षेत्र (प्रतिशत में) – 48.33%
- सिंचाई के मुख्य स्रोत- नलकूप , नहरें , तालाब , कुआं, जलमग्न गड्ढ़े
- नलकूप द्वारा सिंचित भूमि का प्रतिशत – 55.4 %
- नहर द्वारा सिंचित भूमि का प्रतिशत – 34 %
- तालाब द्वारा सिंचित भूमि का प्रतिशत – 3.2 %
- कुआं द्वारा सिंचित भूमि का प्रतिशत – 0.5 %
- अन्य साधनों द्वारा सिंचित भूमि का प्रतिशत – 6.5 %
- वृहद सिंचाई परियोजना की सिंचाई क्षमता – 10,000 हेक्टेयर से अधिक (कमांड क्षेत्र)
- माध्यम सिंचाई परियोजना की सिंचाई क्षमता – 2000 से 10000 हेक्टेयर
- लघु सिंचाई परियोजना की सिंचाई क्षमता – 2000 हेक्टेयर से कम
- सर्वाधिक सिंचित भूमि वाला जिला – शेखपुरा
- न्यूनतम सिंचित भूमि वाला जिला – जमुई
- नहर सिंचाई में अग्रणी जिलें – रोहतास , प. चंपारण
- नहर द्वारा न्यूनतम सिंचाई वाले जिलें – मुजफ्फरपुर , वैशाली
बिहार की प्रमुख सिंचाई परियोजनाएं एवं नहरें
- 1 . सोन बहुद्देशीय परियोजना – 1874
- प्रमुख नहरें –
- पूर्वी सोन नहर- (औरंगाबाद , अरवल ,पटना ,गया , जहानाबाद )
- प. सोन नहर – (आरा , बक्सर ,रोहतास )
- 2 . गंडक परियोजना (त्रिवेणी)-1904
- मुख्य बांध – वाल्मीकि नगर बाँध
- मुख्य नहरें
- प. नहर -(गोपालगंज , सारण, सिवान)
- पूर्वी नहर या तिरहुत नहर – (पश्चिमी व पूर्वी चंपारण , मुजफ्फरपुर , वैशाली )
- 3 . कोशी बहुद्देशीय परियोजना – 1954 -55
- मुख्य बांध– हनुमार नगर बांध
- मुख्य नहरें – पूर्वी कोशी नहर (पूर्णिया , अररिया )
बिहार की नवीनतम सिंचाई परियोजनाएं एवं सम्बंधित जिलें
- बरनाल जलाशय योजना – भागलपुर ,जमुई
- उत्तर कोयल जलाशय योजना – गया , औरंगाबाद
- पुनपुन बैराज योजना – औरंगाबाद, गया, पटना ,जहानाबाद
- बटेश्वरनाथ पम्प नहर योजना – भागलपुर
- जमानिया पम्प नहर योजना – कैमूर
- अपर किउल जलाशय योजना – मुंगेर , लखीसराय
- तिलैया डायवर्सन योजना – गया, नवादा
- दुर्गावती जलाशय योजना – रोहतास , कैमूर
- बटाने जलाशय योजना – औरंगाबाद
- बागमती परियोजना – सीतामढ़ी
बिहार की नदियां व उनके उद्गम स्थान
- गंगा – गंगोत्री
- घाघरा या सरयू – मचपाचुंग ,तिब्बत
- गंडक – सप्तगंडकी नेपाल
- बूढी गंडक – सोमेश्वर श्रेणी
- बागमती – महाभारत श्रेणी ,नेपाल
- कमला – महाभारत श्रेणी , नेपाल
- कोसी – सप्तकौशिकी ,नेपाल
- महानंदा – मकलादियाराम , दार्जलिंग
- कर्मनाशा – विंध्याचल पहाड़ी
- सोन – अमरकंटक
- पुनपुन – चोराहा पहाड़ी , पलामू
- फल्गु – हजारीबाग पठार
- पंचानेन – उत्तरी छोटानागपुर
- सकरी – उत्तरी छोटानागपुर
- अजय – बटपाड़ , चकाई,जमुई
बिहार के प्रमुख झरने , जलकुंड व उनके उद्गम स्थल
- सप्तधारा या सतघरवा – राजगीर
- ब्रह्मकुंड – राजगीर
- सूर्यकुंड – राजगीर
- नानक कुंड – राजगीर
- मख दुम कुंड – राजगीर
- गोमुख कुंड – राजगीर
- लक्ष्मण कुंड – मुंगेर
- सीता कुंड – मुंगेर
- रामेश्वर कुंड – मुंगेर
- ऋषि कुंड – मुंगेर
- जन्म कुंड – मुंगेर
- श्रृंगार ऋषि कुंड – मुंगेर
- भरारी कुंड – मुंगेर
- अग्नि कुंड – गया
बिहार की अर्थव्यवस्था
सकल राज्य घरेलू उत्पाद में अनुमानित वृद्धि दर (2015 -16 ) चालू मूल्य पर — 15.75%
सकल राज्य घरेलू उत्पाद में वृद्धि दर (2012 -13 )चालू मूल्य पर — Rs 296153 करोड सकल राज्य घरेलू उत्पाद में वृद्धि दर (2013 -14 ) चालू मूल्य पर — Rs 343054 crore
सकल राज्य घरेलू उत्पाद में वृद्धि दर (2014 -15 ) चालू मूल्य पर — Rs 3,83,709
प्रतिव्यक्ति आय (2012 — 13 चालू मूल्य पर )- Rs 30,930
प्रतिव्यक्ति आय (2012 — 13 :2004 -05 के स्थिर मूल्य पर )- Rs 16,537
सर्वाधिक प्रतिव्यक्ति आय वाले जिलें — पटना , मुंगेर , बेगूसराय
न्यूनतम प्रतिव्यक्ति आय वाले जिलें –शिवहर , बांका, मधेपुरा
उच्च वृद्धि दर वाले क्षेत्र –निर्माण (35.8%),संचार(17.8%), व्यापार, होटल , रेस्टोरेंट (17.71%)
कृषि क्षेत्र में वृद्धि दर — 5.58 %
विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि दर — 7.98%
बिहार पर कुल ऋण – राज्य के सकल घरेलु उत्पाद का 20.25%
राज्य सकल घरेलू उत्पाद में प्राथमिक क्षेत्र का योगदान — 19%
राज्य सकल घरेलू उत्पाद में द्वितीयक क्षेत्र का योगदान – 17 %
राज्य सकल घरेलू उत्पाद में तृतीयक क्षेत्र का योगदान – 54%
बीपीएल परिवारों की संख्या — 1.45 crore
प्रतिव्यक्ति औसत ऊर्जा खपत — 122 यूनिट
बिहार में वास्तविक पूंजी निवेश – Rs 144.47 Crore
बिहार में कृषि की स्थिति
- राज्य में सकल घरेलू उत्पाद (स्थिर मूल्य पर ) वार्षिक वृद्धि दर 2011-12 — 16.71%
- कुल खाद्यान्न उत्पादन2012-13 — 176.39 लाख टन
- खाद्यान्न उत्पादन (2004-05) — 79.06 लाख टन
- आजीविका के लिए कृषि पर आश्रित जनसंख्या का प्रतिशत — 80%
- मुख्य फसल — चावल
- प्रतिव्यक्ति भूमि उपलब्धता — 0.18 हेक्टेयर
बिहार के प्रमुख फसलें तथा उत्पादन क्षेत्र
- चावल या धान — प . चंपारण , पूर्वी चंपारण , मुजफ्फरपुर
- गेहूं — दरभंगा , गया , रोहतास
- मक्का — सारण, मुजफ्फरपुर , मुंगेर
- जौ — चंपारण , सहरसा , पूर्णिया
- मडुआ (रागी) — सहरसा , मुजफ्फरपुर , सारण
- बाजरा — पटना , मुंगेर , गया
- तीसी — पटना , भोजपुर , गया
- राई व सरसो — पटना , मुजफ्फरपुर , दरभंगा
- तिल- चंपारण व शाहाबाद
- अरहर — दरभंगा , मुजफ्फरपुर , मुंगेर
- चना — भोजपुर , बक्सर , गया
- मसूर — पटना , चंपारण , गया
- खेसारी — पटना ,गया , भोजपुर
- गन्ना — चंपारण , सारण , मुजफ्फरपुर
- जूट — पूर्णिया एवं कटिहार
- तम्बाकू — दरभंगा , मुजफ्फरपुर , मुंगेर
- आलू — पटना, नालंदा, सारण
विभिन्न फसलों के उत्पादन में बिहार का भारत में स्थान
- चावल — चौथा स्थान
- गेहूं — छठा स्थान
- तम्बाकू — तीसरा स्थान
- जूट — दूसरा स्थान
- तिलहन — सातवां स्थान
- लीची — प्रथम स्थान
- आम — प्रथम स्थान
- जौ — दूसरा स्थान
- मडुआ — प्रथम स्थान
- शहद — प्रथम स्थान
- मक्का — तीसरा स्थान
- मखाना — प्रथम स्थान
बिहार में खनिज संसाधन
- पाइराइट — अमझौर एवं बंजारी (रोहतास)
- बॉक्साइट — खड़गपुर (मुंगेर ), बंजारी रोहतास
- टिन — देवराज एवं कुर्कखंड (गया )
- ग्रेफाइट — सिमुलतला (मुंगेर )
- अभ्रक — गया , नवादा , जमुई , बांका
- सेलखड़ी — गया , मुंगेर , नवादा
- चीनी मिट्टी— मुंगेर , भागलपुर
- ग्रेनाइट , एस्बेस्टस , स्लेट , सिलिका लैंड — मुंगेर
- डोलोमाइट — रोहतास
- यूरेनियम — गया , नवादा
- शोरा — सारण , गोपालगंज ,सीवान , वैशाली , मुजफ्फरपुर
- सोना — प . चंपारण
- फायर क्ले — भागलपुर
- बेरियल — नवादा
- पेट्रोलियम — प . चंपारण , सहरसा , पूर्णिया , किशनगंज
बिहार में उद्योग
- राज्य में सकल घरेलू उत्पाद में उद्योग क्षेत्र का योगदान –16%
- राज्य में वृहत व माध्यम आकर की कुल औद्योगिक इकाइयों की संख्या –248
- राज्य में पंजीकृत लघु उद्योगों की इकाइयों की संख्या –1261
- राज्य में पंजीकृत अति लघु उद्योगों की इकाइयों की संख्या — 72,767
- राज्य में पंजीकृत कुटीर उद्योगों की इकाइयों की संख्या –44,413
- राज्य में कुल पंजीकृत औद्योगिक इकाइयों की संख्या –1,18,689
- राज्य के उद्योग विहीन जिले — 7 (मधेपुरा , मधुबनी , खगड़िया , अररिया , किशनगंज , सहरसा , जहानाबाद )
कुछ प्रमुख उद्योग व उनके स्थान
- राज्य में चीनी उद्योगों की स्थापना — 1903 मढ़ौरा, सारण में
- कुल चीनी मिलों की संख्या — 28
- चालू चीनी मीलों की संख्या — 11 (बगहा, हरिनगर , नरकटियागंज , मझौलिया सासामुसा , गोपालगंज , सिधवलिया , लौरिया , सुगौली , रीगा, हसनपुर )
राज्य में जूट उद्योग
पूर्णिया , कटिहार , समस्तीपुर, नालंदा, दरभंगा
- प्रमुख जूट मिल
- 1. नेशनल जूट मैन्युफ़ैक्चरिंग कॉर्पोरेशन , कटिहार जूट मिल — कटिहार
- 2. रामेश्वर जूट मिल — समस्तीपुर
- 3. मौर्य जूट मिल — नालंदा
- 4. गोपाल जूट इंडस्ट्रीज — दरभंगा
- सूती वस्त्र उद्योग — भागलपुर (लुंगी उद्योग) सीवान, मुंगेर , फुलवारीशरीफ , बक्सर , डुमराव , फतुआ , औरंगाबाद
- ओबरा व दाउदनगर कालीन उद्योग के लिए प्रसिद्ध है
- रेशम उद्योग — भागलपुर , गया , वैशाली
- ऊनी वस्त्र उद्योग — हाजीपुर
- तम्बाकू उद्योग -मुंगेर (इम्पीरियल टोबैको कंपनी , दिलावरपुर )
- बीड़ी उद्योग — बिहारशरीफ , बक्सर ,मुंगेर ,मुजफ्फरपुर ,दरभंगा ,पूर्णिया
- काजग उद्योग — डालमिया नगर (डालमिया नगर पेपर मिल्स ) समस्तीपुर (ठाकुर पेपर मिल्स ),बगहा (मेसर्स नार्थ बिहार पेपर मिल्स), बेगूसराय (बरौनी पेपर मिल्स ), पटना (मेसर्स भवानी पेपर मिल्स फुलवारीशरीफ)
- सीमेंट उद्योग — बंजारी , जपला ,डालमिया नगर ,कल्याणपुर ,बिहटा
- इंजीनियरिंग उद्योग — ऑथर्स बटलर कंपनी -मुजफ्फरपुर , भारत बैंगन एवं इंजीनियरिंग लिमिटेड — मोकामा , रेलवे वर्कशॉप (जमालपुर ), मेसर्स बिहार स्कूटर लिमिटेड — फतुहा
- उर्वरक उद्योग — हिंदुस्तान फेर्टिलिज़ेर्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड — बरौनी ,पाइराइट्स फॉस्फेट एंड केमिकल्स — आमझौर(रोहतास), फॉस्फेटिक फर्टिलाइज़र्स प्लांट लिमिटेड — आमझौर
- तेलशोधक कारखाना -इंडियन आयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड बरौनी
- कीटनाशक उद्योग — बिहार इन्सेक्टसाइट्स लिमिटेड — पूर्णिया
- प्लास्टिक उद्योग— सुनील पॉलीप्लास्ट (हाजीपुर)
- रासायनिक उद्योग — रंजन केमिकल्स बरौनी , निक्रो केमिकल्स फतुहा
- बर्तन उद्योग — सीवान ,बिहटा
- दिया सलाई उद्योग — कटिहार
- कम्बल उद्योग— गया, पूर्णिया, औरंगाबाद , मुंगेर
- बन्दुक उद्योग — मुंगेर
- शीश उद्योग — पटना
- प्लाईवुड उद्योग — हाजीपुर
- चमड़ा उद्योग — मोकामा , दीघा , गया
- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग — हाजीपुर , उदाकिशनगंज , बेगूसराय ,शीतलपुर
बिहार में केंद्र सरकार के अधीन सार्वजनिक उपक्रम
- फर्टिलाइज़र्स कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड- बरौनी
- इंडियन आयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड – बरौनी
- भारत बैंगन एंड इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड — मोकामा
- रेल पहिया कारखाना — छपरा
- डीजल एवं इलेक्ट्रिक रेल इंजन कारखाना — मढ़ौरा (छपरा)
- रेलवे विधुत इंजन कारखाना — मधेपुरा
बिहार में परिवहन
- बिहार में परिवहन के मुख्य साधन – सड़क ,रेल ,वायु तथा जल परिवहन
- राज्य में कुल सड़को की लंबाई — 1,05,993km
- राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई — 4106km (3.97% of total NH)
- राज्य में राजकीय राजमार्गों की लंबाई- 4857 km
- सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग — NH 31
- बिहार में रेल परिवहन की शुरुआत — 1860-62
- बिहार में रेलमार्गों की कुल लंबाई — 5400 km
- राज्य में रेलवे जोनों की संख्या — एक ,पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर
- राज्य में रेल मंडलों की संख्या — 4 (समस्तीपुर , दानापुर ,सोनपुर , कटिहार )
- बिहार में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों की संख्या — 3 जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डा (पटना), गया ,राजगीर (प्रस्तावित)
- राज्य में जलमर्गोंकी संख्या — 2 ; 1. बरारी घाट — महेशपुर घाट ,भागलपुर स्टीमर सेवा , 2.मोकामा — बरौनी स्टीमर सेवा
बिहार में गरीबी
- योजना आयोग के अनुसार बिहार में गरीबी का प्रतिशत — 33.7%
- गरीबी की दृष्टि से भारत में बिहार का स्थान — दूसरा (पहला — ओडिशा)
- बिहार में गरीबों की कुल संख्या — 3.69 करोड
- बी पी एल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवारों की संख्या — 351.63 लाख
बिहार लोकसेवा आयोग
BPSC – 2015
- 1857 में भारत का गवर्नर जनरल लार्ड केनिंग था ।
- चौरा–चौरी के घटना के बाद गांधीजी ने असहयोग आंदोलन को अपनी ‘हिमालय जैसी भूल बताई थी ‘।
- बंग–भंग के बाद स्वदेशी आंदोलन शुरू हुआ था ।
- इंडियन नेशनल कांग्रेस की प्रथम महिला भारतीय अध्यक्ष सरोजनी नायडू थी ।
- स्टुटगार्ट में मैडम काम ने 1907 में प्रथम तिरंगा ध्वज फहराया था ।
- बिहार में चंपारण में गांधीजी ने अपना प्रथम सत्याग्रह किया था ।
- चितरंजन दास 1922 में गया के इंडियन नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष थे ।
- 1920–22 में असहयोग आंदोलन के दौरान बिहार में प्रचलित मान्यताओं में से एक यह थी कि उनकी जीत होगी क्योंकि गांधीजी धर्म के प्रतीक थे ।
- राहुल सांकृत्यायन 1920 के असहयोग आंदोलन में छपरा से सक्रिय थे।
- 1857 में दरभंगा ,डुमरांव और हटवा के महाराजाओं और उनके साथी जमींदारों ने आदमी तथा पैसे से अंग्रेजों की मदद थी ।
- स्वामी सहजानंद सरस्वती ने ‘भूमि और जलमार्ग के राष्ट्रीयकरण ‘ की मांग के साथ ‘अखिल भारतीय संयुक्त किसान सभा’ का गठन 1930 के दशक में किया ।
- पीर मुहम्मद मुनीस ने ‘दुखी आत्मा’ ,’दुखी ह्रदय जैसे छद्मनामों ‘के तहत लिखकर चंपारण के किसानों की दुर्दशा पर प्रकाश डाला ।
- 1773 ई.में रेगुलेटिंग एक्ट पारित किया गया था ।
- नेहरू रिपोर्ट मोतीलाल नेहरू की अध्यक्षता में एक कमेटी द्वारा तैयार किया गया था और इसका विषय था ‘भारत में संवैधानिक व्यवस्थाएं’ ।
- 1885 में बंगाल और बिहार में भूमि पर किराएदारों के अधिकारों को बंगाल किराएदारी अधिनियम द्वारा दिया गया था ।
- तीसरा गोलमेज सम्मलेन 1932 में हुआ था ।
- बीसवीं सदी में कांग्रेस के विभाजन की प्रक्रिया कांग्रेस आंदोलन की रणनीतियों पर शुरू हुई ।
- कैथरीन मेयो,एल्डस हक्सले , चार्ल्स एंड्रूज ,और विलिअम डिग्बी ने ब्रिटिश शासन के दौरान भारत की हालात पर टिप्पणी लिखी ।
- “सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है ,देखना है जोर कितना बाजु ए कातिल में है ” बिस्मिल ने लिखा था ।
- मौलाना हसरत मोहनी ने 1921 में पहली बार पूर्ण स्वतंत्रता की मांग की थी ।
- करम शाह ने पागल पंथ की स्थापना की थी ।
- फराजी हाजी, शरीतुल्लाह के अनुयायी थे ।
- रामोसी विद्रोह 1822-29 के दौरान पश्चिमी घाट (महाराष्ट्र के सतारा क्षेत्र) में वासुदेव बलवंत फड़के के नेतृत्व में हुआ था ।
- बघेरा विद्रोह, गुजरात के बड़ौदा में हुआ था ।
- अरविन्द घोष ने न्यू लैंप फॉर ओल्ड लेख श्रृंखला लिखी ।
BPSC 2011
- स्थायी बंदोबस्त, जमींदारों के साथ किया गया था ।
- कांग्रेस ने स्वराज प्रस्ताव 1905, में पारित किया .प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य स्वशासन सुनिश्चित करना था।
- 1 अगस्त 1920 को असहयोग आंदोलन शुरू किया गया था ।
- मद्रास महाजन सभा की स्थापना 1884 में हुई थी ।
- मोंटेग्यू चेम्सफोर्ड की रिपोर्ट भारत सरकार अधिनियम 1919 का आधार बनी।
- लाल लाजपत रॉय को शेर–ए–पंजाब के नाम से जाना जाता है ।
- बालगंगाधर तिलक ने कहा था की ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और उसे मैं लेकर रहूंगा’।
- 15 अगस्त 1906 में नेशनल कौंसिल ऑफ़ एजुकेशन की स्थापना हुई थी ।
- राजा राममोहन रॉय को भारतीय पुनर्जागरण आंदोलन का पिता कहा जाता है ।
- गाँधी–इरविन समझौता 1931 में हुआ ।
- तीसरा गोलमेज सम्मलेन 1932 में हुआ था ।
- आत्माराम पांडुरंग प्रार्थना समाज के संस्थापक थे ।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन में 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिए ।
- राजगोपालाचारी स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय गवर्नर जनरल थे ।
- वी डी सावरकर ने 1904 में महाराष्ट्र में अभिनव भारत नामक संस्था स्थापित की ।
- ‘करो या मरो’ का नारा गांधीजी ने भारत छोडो आंदोलन के दौरान दिया था ।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 27वां अधिवेशन बांकीपुर में हुआ था ।
- चितरंजन दास व मोतीलाल नेहरू ने स्वराज दल की स्थापना की थी ।
- मैडम एच पी ब्लावेट्स्की ने थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना की ।
- गीता रहस्य, बाल गंगाधर तिलक द्वारा लिखित पुस्तक है ।
- कुंवर सिंह जगदीशपुर के राजा थे ।
BPSC 2007-08
- 1 नवम्बर 1858 को महारानी विक्टोरिया ने भारतीय प्रशासन को ब्रिटिश ताज के नियंत्रण में लेने की घोषणा की थी ।
- 12 अगस्त 1765 को सम्राट शाह आलम द्वितीय ने ईस्ट इंडिया कंपनी को बंगाल ,बिहार व उड़ीसा की दीवानी प्रदान की ।
- कुंवर सिंह ने जगदीशपुर में 1857 ई. के विप्लव में क्रांतिकारियों का नेतृत्व किया।
- कुंवर सिंह 1857 की क्रांति में बिहार के नेता थे ।
- 1857 के विद्रोह के बाद ब्रिटिश सरकार ने सिपहियों का चयन गोरखा,सिख ,एवं पंजाबी उत्तर प्रान्त से किया ।
- 1857 का विद्रोह लखनऊ में बेगम ऑफ़ अवध के नेतृत्व में आगे बढ़ा।
- भारत में नारी आंदोलन ज्योतिबा फुले की प्रेरणा से प्रारम्भ हुआ ।
- जयप्रकाश नारायण ने बिहार सोशलिस्ट पार्टी की स्थापना की थी ।
- ट्रेड यूनियन आंदोलन के क्रन्तिकारी–चरण का समय 1926–29 था ।
- लार्ड डलहौजी के समय भारत में सर्वप्रथम रेलवे लाइन बिछाई गई थी ।
- रांची बिरसा मुंडा का कार्य क्षेत्र था ।
- 1921 का मोपला विद्रोह, केरल में हुआ था ।
- लाल लाजपत रॉय भारत ट्रेड यूनियन कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष थे ।
- अखिल भारतीय किसान महासभा सर्वप्रथम लखनऊ में आयोजित किया गया था ।
- बलदेव सहाय ने महाधिवक्ता के पद से 1942 में त्यागपत्र दिया था ।
- बंगाल विभाजन को 1911 ई. में रद्द कर दिया गया ।
- शिक्षा में सुधार के लिए सैडलर विश्व विद्यालय आयोग 1917 में नियुक्त किया गया था ।
- सुभाष चंद्र बोस , फॉरवर्ड ब्लॉक के संस्थापक थे ।
- इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ कलकत्ता, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से पूर्व सबसे प्रमुख संस्था थी ।
- महात्मा गाँधी ने खिलाफत आंदोलन का समर्थन किया क्योंकि गांधीजी अंग्रेजों के खिलाफ अपने आंदोलन में मुसलमानों का सहयोग प्राप्त करना चाहते थे ।
- कांग्रेस के नरम दल के आंदोलन की पद्धति राजवमवध्य (constitutional agitation ) थी ।
- किचलू व सत्यपाल, के बंदी बनाने के विरोध में प्रदर्शन करने के लिए जलियावाला बाग में लोग जमा हुए थे ।
- राजनैतिक सुधारों को लेकर विरोध करने वाले प्रथम भारतीय बाल गंगाधर तिलक थे।
- 1908 ई. में मुजफ्फरपुर में किंग्सफोर्ड की हत्या का प्रयास किया गया ।
- प्रभावती देवी, भागलपुर क्षेत्र की स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थी ।
- 1942 के आंदोलन में राजेंद्र प्रसाद को बांकीपुर जेल में कैद रखा गया था ।
- चंपारण नील आंदोलन के राष्ट्रीय नेता महात्मा गाँधी थे ।
- गांधीजी ने भारत में पहली बार सत्याग्रह आंदोलन बिहार के चंपारण में प्रारम्भ किया था ।
- रौलेट एक्ट 1919 में पारित हुआ था ।
- गांधीजी ने असहयोग आंदोलन 1920 में प्रारम्भ किया ।
- भारत छोडो आंदोलन 9 अगस्त 1942 में प्रारम्भ हुआ ।
- भारत में प्रथम विधि विश्वविद्यालय की स्थापना अगस्त 1887 में बैंगलौर में की गई थी।
BPSC 2004–05
- अंग्रेज शासन काल में बिहार अफीम उत्पादन हेतु प्रसिद्ध था ।
- 1855 में संथालों ने अंग्रेज कमांडर मेजर बारो को हराया ।
- दिसम्बर 1856 में अंग्रेजी भारतीय सेना में चर्बी वाले कारतूसों से चलने वाली एनफील्ड राइफल को शामिल किया गया ।
- शारदामणि, रामकृष्ण परमहंश की पत्नी थी ।
- 1899–1900 में मुंडा क्रांति के नेता बिरसा मुंडा थे ।
- स्वामी सहजानंद ने अखिल भारतीय किसान सभा के प्रथम सत्र की अध्यक्षता की थी ।
- राजा राममोहन रॉय ने ब्रह्मसमाज की स्थापना 1828 ई. में की थी।
- सत्यार्थ प्रकाश की रचना स्वामी दयानन्द सरस्वती के द्वारा की गई की गई ।
- अनुशीलन समिति एक क्रन्तिकारी संगठन थी ।
- सुरक्षा प्रकोष्ठ की नीति, वारेन हेस्टिंग्स के द्वारा लाई गई थी।
- AITUC के प्रथम अध्यक्ष लाल लाजपत रॉय थे ।
- अबुल कलम आज़ाद वैसे कांग्रेस अध्यक्ष थे जिन्होंने क्रिप्स मिशन व लार्ड वेवेल दोनों से वार्ता की ।
- साम्प्रदायिक अवार्ड व पूना पैक्ट में क्रमशः दलित वर्ग को 71 व 147 सीटें दी गई ।
- भारत छोडो आंदोलन के समय इंग्लैंड का प्रधानमंत्री चर्चिल था ।
- 1947 के भारतीय रष्ट्रीय कांग्रेस के दिल्ली अधिवेशन की अध्यक्षता राजेंद्र प्रसाद ने की ।
- बम्बई में AITUC की स्थापना 1920 में हुई ।
- शिशिर कुमार घोष ने अमृत बाजार पत्रिका की स्थापना की ।
- गाँधी–इरविन समझौते को हस्ताक्षरित होने में तेज बहादुर सप्रू ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
- निष्क्रिय विरोध के सिद्धान्त का प्रतिपादन अरविंद घोष ने किया ।
- मदन मोहन मालवीय द्वारा सम्पादित लीडर अख़बार मुख्यतः उदारवादियों की
- नीतियों का प्रचारक था ।
BPSC 2003–04
- 18 वीं सदी में बंगाल में वस्त्र उद्योग के पतन का मुख्य कारण ब्रिटेन को निर्यात करने वाले माल पर उच्च तट कर लगाना था ।
- 1927 में बटलर कमेटी का उद्देश्य भारत सरकार तथा देशी राज्यों के मध्य संबंधों को सुधारना था
- लार्ड लिनलिथगो 1935 के विधेयक के तहत गठित संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष थे ।
- 1906 में मिंटो से शिमला में मिले मुसलमानों के शिष्टमंडल ने मुसलमानों के लिए पृथक निर्वाचक वर्ग के लिए प्रार्थना की ।
- नागरिक सेवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षा प्रणाली को सिद्धान्ततः 1853 ई. में स्वीकार किया गया ।
- जय प्रकाश नारायण को लोक नायक के नाम से जाना जाता है ।
- सत्ता हस्तांतरण के समय मैसूर में कांग्रेस दल का पूर्ण विकसित संगठन था ।
- महात्मा गाँधी का मानना था कि द्वितीय विश्व युद्ध में भागीदारी का आशय न्याय के सिद्धांत का उल्लंघन है ।
- राजगोपालाचारी स्वाधीन भारत के प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल थे ।
- स्वाधीनता आंदोलन के दौरान महात्मा गाँधी के करीबी अंग्रेज मित्र चार्ली एंड्रूज थे ।
- 4 जनवरी 1932 को गैर क़ानूनी संघ अध्यादेश के अन्तर्गत कांग्रेस व उसके सहयोगी संगठनों को अवैध घोषित कर दिया गया ।
- लन्दन में द्वितीय गोलमेज सम्मलेन कि असफलता गाँधी इरविन के छत्र छाया (back drop) में हुआ ।
- अमृतसर में जलियावाला बाग में भीड़ का दमन 13 अप्रैल 1919 में हुआ ।
- पूना समझौते का उद्देश्य दलित वर्ग को प्रतिनिधित्व देना था ।
- अंग्रेजों द्वारा भारतीयों को 1947 में सत्ता हस्तांतरित किए जाने के समय कांग्रेस के अध्यक्ष जे बी कृपलानी थे ।
- बंगाल 1905 ई. में विभाजित हुआ , जिसके विरोध स्वरुप 1911 में यह दुबारा विभाजित हुआ।
- झंडा गीत, श्याम लाल पार्षद ने लिखा ।
- बालगंगाधर तिलक ने कहा था ‘स्वराज मेरा जन्मशिद्ध अधिकार है और उसे मैं लेकर रहूंगा’।
- चौरी चौरा कांड के कारण गाँधी जी ने असहयोग आंदोलन वापस लिए था ।
- सर्वोदय शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग महात्मा गांधी ने किया था ।
- त्रावणकोर में कांग्रेस ने त्रावणकोर राज्य के दीवान रामास्वामी अय्यर कि स्वेच्छाचारी सरकार के विरुद्ध सविनय अवज्ञा आंदोलन आंदोलन आरम्भ किया था ।
BPSC 2002
- पुर्तगाली उपनिवेश का प्रथम वायसराय भारत में अल्मीडा था ।
- गुरु राम सिंह ने कूका आंदोलन को संगठित किया।
- कुंवर सिंह ने 1857 के विद्रोह का नेतृत्व बिहार से किया था ।
- 1857 के विद्रोह को उर्दू कवि ग़ालिब ने देखा था ।
- इंडियन एसोसिएशन के संस्थापक सुरेन्द्रनाथ बनर्जी थे ।
- इलाहाबाद की संधि के बाद रोबर्ट क्लाइव ने मुर्शिदाबाद का उप दीवान मुहम्मद रजा खान को बनाया था ।
- 1857 के विद्रोह दमन के बाद भारतीय फौज के नव संगठन के लिए पील आयोग गठित किया गया था ।
- दादाभाई नौरीजी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के दूसरे अधिवेशन की अध्यक्षता की थी ।
- बंगाल का विभाजन 16 अक्टूबर 2016 को हुआ था ।
- उधम सिंह ने जनरल डायर को गोली मारी थी ।
- ‘करो या मारो’ का मंत्र महात्मा गाँधी ने दिया था ।
- आज़ाद हिन्द फौज की स्थापना सिंगापुर में की गई थी ।
- 23 मार्च 1931 को भगत सिंह , राजगुरु व सुखदेव को फांसी दी गई थी ।
- अरविंद घोष व बाल गंगाधर तिलक कांग्रेस के गरम दल के नेता थे ।
- कैबिनेट मिशन की अध्यक्षता ‘सर पी लॉरेंस’ के द्वारा की गई थी ।
- भगत सिंह ने ‘इंक़लाब जिंदाबाद’ का नैरा दिया था ।
- 7 दिसम्बर 1942 को श्री योगेंद्र शुक्ल पटना लाए गए थे ।
BPSC 2000 -01
- प्रथम कर्नाटक युद्ध का तात्कालिक कारण आस्ट्रिया की राजगद्दी का जंग था ।
- अंग्रेज अधिकारी थॉमस बेस्ट ने पुर्तगालियों को सौली (sowlley) के स्थान पर हराया था ।
- बंकिम चंद्र चटर्जी ने ‘बन्दे मातरम‘ गीत लिखा था ।
- 1786 के अधिनियम के अन्तर्गत लार्ड कार्नवालिस को अपनी कौंसिल के फैसले को रद्द करने का अधिकार मिला था ।
- दादा भाई नौरोजी ने 1906 ई. में कलकत्ता कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।
- विनोबा भावे ने वैयक्तिक सत्याग्रह आरम्भ किया था ।
- महात्मा गाँधी की दृष्टि में ‘क्रिप्स प्रस्ताव एक टूटते हुए बैंक के नाम एक उत्तरदिनांकित चेक था’ ।
- भारत छोडो आंदोलन, 1942 में शुरू किया गया ।
- सुभाष चंद्र बोस ने फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की ।
- दांडी यात्रा की शुरुआत 12 मार्च 1930 को हुआ ।
- कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी की पहली बैठक पटना में हुई ।
- बाल गंगाधर तिलक ने कहा की ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और उसे मैं लेकर रहूँगा’ ।
- ए ओ ह्यूम, ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की ।
- बंगाल का विभाजन 1905 में हुआ ।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन बम्बई में हुआ ।
- गाँधी–इर्विन समझौते पर हस्ताक्षर 1931 में हुआ ।
- 1920 में असहयोग आंदोलन का आरम्भ हुआ ।
- जय प्रकाश नारायण, भारत छोडो आंदोलन से सम्बंधित है ।