Fake Certificate से IAS बनने की कहानी भूल जाइए, 'IFS' Jyoti Mishra के झोल पर तो फिल्में बन जाएंगी!
IFS अधिकारी ज्योति मिश्रा की कहानी में एक बड़ी गलतफहमी के कारण विवाद हुआ। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने दावा किया कि उन्होंने UPSC परीक्षा में फर्जी जाति प्रमाणपत्र के माध्यम से आरक्षित सीट पर चयन पाया था। वास्तव में, यह एक गलत पहचान का मामला था।
ज्योति मिश्रा ने स्पष्ट किया कि वह सामान्य श्रेणी की उम्मीदवार थीं और 432वीं रैंक प्राप्त की थी, जबकि फर्जी जाति प्रमाणपत्र वाला मामला किसी अन्य ज्योति मिश्रा का था ।
इस घटना ने सोशल मीडिया पर बड़ा हंगामा मचाया, लेकिन सच्चाई सामने आने पर स्पष्ट हुआ कि ज्योति मिश्रा निर्दोष हैं और उन्हें गलत तरीके से निशाना बनाया गया था। (TimelineDaily)