राजीव दीक्षित (Rajiv Dixit) भारतीय समाजसेवी, स्वदेशी चिंतक, और वैज्ञानिक थे। उन्होंने विभिन्न सामाजिक, आर्थिक, स्वास्थ्य, और राजनीतिक मुद्दों पर अपने विचार प्रस्तुत किए और स्वदेशी चिंतन को प्रोत्साहित किया। वे जनसंख्या नियंत्रण, स्वदेशी उत्पादन, और भारतीय वैज्ञानिक परंपरा के प्रचार-प्रसार में अपने जीवन को समर्पित किया। उनका योगदान भारतीय समाज में स्वास्थ्य, संघर्ष और स्वावलंबन को बढ़ाने में था।
राजीव दीक्षित ने अपने जीवन के दौरान भारतीय समाज में विभिन्न क्षेत्रों में अपने विचार प्रस्तुत किए और लोगों को स्वदेशी चिंतन के प्रति प्रेरित किया। उनके योगदान कुछ निम्नलिखित क्षेत्रों में था:
- स्वदेशी चिंतन: राजीव दीक्षित ने स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देने और विदेशी उत्पादों के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रचार किया। उन्होंने भारतीय उत्पादों की महत्वता और स्वावलंबन के महत्व को बताया।
- जनसंख्या नियंत्रण: उन्होंने जनसंख्या वृद्धि को लेकर जागरूकता फैलाई और इसे राष्ट्रीय विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बताया।
- आर्थिक स्वावलंबन: राजीव दीक्षित ने ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक स्वावलंबन को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं प्रस्तुत की। उन्होंने कृषि, गांवों के विकास, और सामाजिक अन्य सुधारों में अपना योगदान दिया।
- स्वास्थ्य और प्राकृतिक उपचार: राजीव दीक्षित ने भारतीय परंपरागत और प्राकृतिक उपचारों के महत्व को उजागर किया और उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया।
- राजनीतिक जागरूकता: राजीव दीक्षित ने राष्ट्रीय और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचार रखे और लोगों को राजनीतिक जागरूकता में बढ़ावा देने के लिए काम किया।
राजीव दीक्षित की मृत्यु ने एक विचारशील और दृढ़ समाजसेवी की कमी को पूरी देश भर में महसूस किया। उनके विचारों और विचारधारा को लोग आज भी याद करते हैं और उनके कार्यों से प्रेरित होते हैं।