NEET-UG Controversy: जानिये आखिर क्या है नीट विवाद?
नई दिल्ली: देश के मेडिकल कॉलेजों में अंडर ग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में दाखिले के लिए होने वाली नीट परीक्षा परिणाम को लेकर विवादों का दौर जारी है। सुप्रीम कोर्ट के नोटिस के बाद टेस्टिंग एजेंसी ने जो सफाई दी और डैमेज कंट्रोल को लिये जो टॉपर्स छात्रों की दोबारा परीक्षा कराने जैसे जो कदम उठाये, उससे छात्र संतुष्ट नहीं है। नीट परीक्षा के पेपर लीक की खबरें भी सामने आ रही है, जिसकी जांच जारी है।
1) नीट यूजी (NEET UG) देश में सीईयूटी के बाद दूसरी सबसे बड़ी परीक्षा है, जिसमें सबसे अधिक छात्र शामिल होते हैं। इस साल इस परीक्षा में 24 लाख से अधिक छात्र बैठे।
2) नीट परीक्षा का परिणाम उस दिन घोषित किया गया, जब देश में लोकसभा चुनाव के नतीजे भी घोषित किये जा रहे थे। इसलिये नीट परीक्षा परिणाम दो-तीन बाद सुर्खियों में आया।
3) देश के तमाम शहरों में नीट परीक्षा के परिणाम के खिलाफ छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया और सबसे
4) आईएमए जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने भी नीट परीक्षा परिणाम की सीबीआई जांच की मांग उठाई।
5) छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाच सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। शीर्ष अदालत ने भी मामले का संज्ञान लिया और एनटीए को नोटिस जारी किया।
6) सुप्रीम कोर्ट ने भी एनटीए को सवालों के कटघरे में खड़ा किया और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए एनटीए से तीख सवाल पूछे।
8) मामला अभी अदालत में चल रहा है।
9) एनटीए ने टॉपर्स छात्रों के ग्रेस मार्क को खत्म करने और उनकी दोबार परीक्षा कराने का नोटिस जारी किया है। यह परीक्षा 23 जून को होगी। लेकिन छात्र इससे अभी भी संतुष्ट नहीं है।
10) इस बीच नीट परीक्षा का कनेक्शन सॉल्वर गैंग से जुड़ना भी बताया गया। इसकी जांच जारी है और कुछ संदिग्धों को नोटिस जारी कर जांच के लिये बुलाया गया है।
NTA पर उठे सवाल
नीट परिणाम को लेकर सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर 67 छात्रों को 720 में से 720 नंबर कैसे मिले। कई छात्रों को 720 में से 718 और 719 अंक कैसे मिले और इतनी बड़ी संख्या में छात्र नीट के टॉपर कैसे बने?
सबसे आश्चर्य की बात ये भी रही कि देश के कुल 4750 परीक्षा केंद्रों में कई केद्रों के छात्रों ने टॉप रैंक हासिल किया। एक ही परीक्षा केंद्र से 8 स्टूडेंट को 1 रैंक मिला। यह भी बड़ा सवाल है।
परीक्षा परिणाम को लेकर यह भी सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है एनटीए ने ग्रेस मार्क्स की कोई सूची भी साझा क्यों नहीं की?
मूल्यांकन पर सवाल
नीट परीक्षा में एक सही उत्तर के लिए 4 मार्क्स दिए जाते हैं और गलत उत्तर के लिए 1 मार्क्स काटा जाता हैं। ऐसे में यदि उदाहरण के लिये कोई छात्र एक प्रश्न छोड़ता है तो उसके 716 मार्क्स आएंगे। यद वह एक गलत उत्तर देता है कि उसके 715 (-4-1) आएंगे। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि छात्रों के 720 में से 720, 719, 718, या 717 अंक कैसे आये?