आज के तकनीक के ज़माने में वक्त के साथ ठगों के अंदाज भी बदले हैं।
यही वजह है कि ई-तकनीक का फायदा उठाने वालों में एक बड़ा वर्ग ठगों का भी है। बाजारवाद की तरह उनकी आंखें भी युवाओं पर टिकी हैं। शातिर ठग सरकारी कंपनियों के वास्तविक नामों से मिलती-जुलती वेबसाइट बनाकर देश और सूबे के बेरोजगार युवकों को लूट रहे है। ऎसे ही कुछ शातिर ठगों ने बीएसएनएल के नाम से मिलती जुलती फर्जी वेबसाइट बनाकर 5842 पदों की भर्ती निकाली और युवाओं को नौकरी देने के नाम लाखों रुपए ठग लिए है। इन ठगों ने सुरक्षा अधिकारी, फील्ड ऑॅफिसर, क्लर्क, सुपरवाइजर, सुरक्षा कमांडर, सिपाही, कंप्यूटर ऑपरेटर आदि पदों की भर्ती निकाली हैं।
इसी तरह, पहले भी विदेश में नौकरी,मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स के नाम से बनाई गई फर्जी वेबसाइट के माध्यम से युवाओं से नौकरी के नाम पर ठगी के मामले सामने आए है। वहीं, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) व रेलवे भर्ती बोर्ड, मुजफ्फरपुर आदि नाम से बनाई गई फर्जी वेबसाइट का प्रयोग ठगी में किया गया है।
इस तरह की फर्जी वेबसाइट से बचने के कुछ उपाय युवा साथियों के साथ शेयर कर रहा हूँ-
1. अपना बायोडाटा किसी सोशल नेटवर्किंग साइट पर न डालें।
2. प्लेसमेंट एजेंसी की मदद ले रहे हैं तो उसका इतिहास जरूर जान लें।
3. ईमेल के जरिये नौकरी का प्रस्ताव या नियुक्ति पत्र मिलने पर सीधा संबंधित कंपनी के अधिकृत नंबर पर संपर्क करें।
4. प्रोसेसिंग फीस या अन्य किसी चार्ज के नाम पर किसी गैर खाते में रुपये जमा न करें।
5. विदेश में नौकरी या विदेशी वेबसाइट की जानकारी के लिए संबंधित देश के दूतावास के अलावा मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज इंडियन अफेयर्स से भी संपर्क कर सकते हैं।
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